प्रयागराज

आस्था और संस्कृति का संगम
महत्व

भारत की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक परंपरा में प्रयागराज का गहरा महत्व है. यह शहर एक तरफ जहां गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती जैसी पवित्र नदियों का संगम स्थल है, वहीं आस्था, इतिहास और पौराणिक गाथाओं के संगम का भी प्रतीक है. प्रयागराज कुंभ मेले के आयोजन के लिए भी दुनियाभर में ख्यात है. हिंदू आध्यात्मिकता और अनुष्ठानों से सजा ये मेला दुनिया के सबसे बड़े धार्मिक समारोहों में से एक है. इस शहर के प्राचीन मंदिर, ऐतिहासिक किले और ‘त्रिवेणी संगम’ भारत की समृद्ध विरासत और धार्मिक प्रथाओं से रू-ब-रू कराते हैं. उत्तर प्रदेश के इस बेहद खूबसूरत आध्यात्मिक शहर में हवाई, रेल और सड़क मार्ग द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है. तीर्थयात्रियों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या को देखते हुए यहां कनेक्टिविटी और बुनियादी ढांचा मजबूत करने पर काफी जोर दिया जा रहा है. हाल ही में रेलवे स्टेशनों को अव्वल दर्जे का बनाने के साथ-साथ परिवहन सुविधाओं में भी खासा सुधार किया गया है.

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