सारनाथ

बौद्ध धर्म के जागरण का गवाह
महत्व

सारनाथ भारत की आध्यात्मिक यात्रा का एक बेहद अहम अध्याय है, और इसे उन जगहों में शामिल होने का सौभाग्य मिला जो बौद्ध धर्म की उत्पत्ति के गवाह रहे हैं. जीवंतता से भरी वाराणसी से कुछ ही दूरी पर स्थित सारनाथ वह जगह है, जहां भगवान बुद्ध ने अपना पहला उपदेश दिया था और यहीं से धर्मचक्र को गति मिली. वाराणसी की जीवंत और फक्कड़ जीवनचर्चा से दूर यह स्थान काफी शांत है और प्राचीन स्तूपों, समृद्ध मठों और राजसी अशोक स्तंभ के लिए ख्यात है. बुद्ध के उपदेश स्थल रहे डियर पार्क में सूरज डूबते ही सारनाथ ज्ञान और शांति की अनुगूंज में खो जाता है. बेहद खास ऐतिहासिक और आध्यात्मिक महत्व रखने वाली यह पवित्र भूमि बौद्ध धर्म की स्थायी विरासत है और इसे करुणा और ज्ञान के बुद्ध के संदेश का प्रत्यक्ष प्रमाण माना जाता है जो अनगिनत लोगों को आत्मिक शांति की राह पर बढ़ने के लिए प्रेरित करता है.

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