कृष्ण को समर्पित बांके बिहारी मंदिर अपनी अनूठी दर्शन शैली और कृष्ण की बेहद मनमोहक मूर्ति के लिए ख्यात है, और यहां उन्हें बांके बिहारी नाम से पुकारा जाता है. कहा जाता है, जो पूरी श्रद्धा के साथ यहां आता है तो कृष्ण भक्ति में वृंदावन का ही होकर रह जाता है. कृष्ण की मनमोहक छवि से बंधे लोग बरबस ही यहां खिंचे चले आते हैं.
वृंदावन के मध्य में स्थित बांके बिहारी मंदिर तक स्थानीय परिवहन से आसानी से पहुंचा जा सकता है. निकटतम हवाईअड्डा 75 किमी दूर आगरा और करीब 180 किमी दूर दिल्ली में है, जिससे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय पर्यटकों तथा श्रद्धालुओं के लिए यहां पहुंचना किसी भी तरह से असहज नहीं है.
मंदिर के प्रमुख देवता के तौर पर श्रीकृष्ण प्रतिष्ठापित हैं, जिन्हें बांके बिहारी स्वरूप में पूजा जाता है. कृष्ण का यह स्वरूप बेहद मनमोहक है और माना जाता है कि इसमें एक तरह का चुंबकीय आकर्षण है. पौराणिक मान्यता है कि अपने अटूट भक्त से प्रभावित होकर कहीं बांकेबिहारी उसके साथ ही न चले जाएं इसलिए उनके एकटक दर्शन न कराने की परंपरा निभाई जाती है.