अस्सी नदी और गंगा के संगम पर स्थित यह घाट धार्मिक अनुष्ठानों और ध्यान के लिए एक बेहतरीन स्थल है, खासकर सूर्योदय और सूर्यास्त के समय तो यहां का नजारा देखते ही बनता है, जब प्राकृतिक सौंदर्य अपने चरम पर नजर आता है.
वाराणसी के दक्षिणी छोर पर स्थित यह घाट एक बेहद शांतिपूर्ण स्थल है और स्थानीय परिवहन के जरिये शहर के किसी भी कोने से यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है.
अस्सी घाट पर मुख्यत: गंगा नदी को ही पूजा जाता है, जिसे शुद्धता की प्रतीक और जीवनदायिनी मां का दर्जा हासिल है. एक देवी के रूप में वह जीवन चक्र की प्रतीक हैं और उनकी गोद में आकर लोग खुद को खोजने की कोशिश करते हैं.