
फरवरी की 20 तारीख को रेखा गुप्ता के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेते ही दिल्ली में नई सरकार बन गई है. इसके साथ ही अब देश के 21 प्रदेशों में BJP या उसके सहयोगी दलों की सरकार होगी.
इनमें से 15 प्रदेशों में अपने दम पर बीजेपी शासन कर रही है, जबकि 6 राज्यों में NDA यानी BJP और उसके सहयोगी दलों की सरकार है. देश की दूसरी सबसे बड़ी राष्ट्रीय पार्टी कांग्रेस अपने दम पर सिर्फ 3 राज्यों में शासन कर रही है.
जबकि कांग्रेस अपने सहयोगी दलों के साथ मिलकर 3 अन्य राज्यों में सत्ता में है. एक तरह से देखें तो कांग्रेस + सिर्फ 6 प्रदेशों में शासन कर रही है. मैप के जरिए देखते हैं कि मई 2014 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के समय BJP+ का क्या हाल था और अब कैसा दिखता है भारत का राजनीतिक नक्शा?




- फिलहाल देश में 30 विधानसभाएं हैं. इनमें 2 केंद्र शासित प्रदेश दिल्ली और पुडुचेरी भी हैं. दिल्ली में नई सरकार बनते ही देश के 21 प्रदेशों में अब बीजेपी सत्ता में आ गई है. 2011 के सेंसस मुताबिक इन प्रदेशों में 66% देश की आबादी रहती है.
- दक्षिण भारत के कर्नाटक राज्य में तो बीजेपी सत्ता से बाहर हो गई है, लेकिन आंध्र प्रदेश में NDA गठबंधन की सरकार बनी है. अगर आंध्र प्रदेश को छोड़ दिया जाए तो अभी भी दक्षिणी भारत के ज्यादातर राज्यों में बीजेपी की सरकार नहीं है.
- बीजेपी के अकेले अपने दम पर सरकार बनाने वाले प्रदेशों में दिल्ली, उत्तराखंड, हरियाणा, उत्तर प्रदेश, गुजरात, गोवा, असम, त्रिपुरा, मणिपुर, अरुणाचल प्रदेश, मध्य प्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ शामिल हैं. गठबंधन वाले राज्यों में महाराष्ट्र, सिक्किम, नागालैंड, बिहार, आंध्र प्रदेश, मेघालय हैं.
- कांग्रेस अपने दम पर सिर्फ 3 राज्यों में सत्ता में है- कर्नाटक, तेलंगाना और हिमाचल प्रदेश. इसके अलावा झारखंड, तमिलनाडु, जम्मू और कश्मीर में कांग्रेस गठबंधन की सरकार है.
दक्षिण भारत को छोड़कर बाकी पूरे देश में बीजेपी बेहद ताकतवर नजर आती है…
कर्नाटक की हार के बाद दक्षिण के 5 में से किसी राज्य में बीजेपी की सरकार नहीं है. दक्षिण भारत के 5 राज्यों और एक केंद्रशासित प्रदेश में कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश. तेलंगाना और पुडुचेरी से कुल 130 लोकसभा सांसद आते हैं. इनमें बीजेपी के केवल 31 सांसद है, यानी 23%. इनमें भी 26 सांसद तो अकेले एक राज्य कर्नाटक से हैं.
दक्षिण भारत के इन राज्यों की विधानसभाओं में कुल 923 विधायक हैं. कर्नाटक चुनाव से पहले तक इनमें से भी बीजेपी के पास कुल 135 विधायक थे. कर्नाटक में बीजेपी के 40 विधायक कम होने के बाद यह आंकड़ा भी घटकर 95 का बचा है. यानी दक्षिण भारत के कुल विधायकों में बीजेपी के सिर्फ 10% विधायक हैं.
इसके अलावा देश के बाकी सभी राज्यों में बीजेपी बढ़त बनाए हुए है. पूर्वोत्तर भारत हो या पूर्वी भारत, मध्य भारत हो या उत्तर भारत कुछ राज्यों को छोड़कर हर जगह के विधानसभा में बीजेपी का स्ट्राइक रेट 45% से ज्यादा है. अगर पश्चिम भारत के महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान जैसे राज्यों की बात करें तो यहां के कुल 99 सांसदों में से 73 बीजेपी के हैं, यानी 72% का आंकड़ा है.