प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 11 सितंबर को आयुष्मान भारत योजना (AB PM-JAY) के तहत 70 साल और उससे अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिकों के स्वास्थ्य कवरेज को मंजूरी दे दी. इसके अंतर्गत आने वाले लाभार्थियों को अपनी आय का प्रमाण दिए बिना इलाज मिलेगा.
फ़िलहाल यह योजना आर्थिक रूप से आबादी के सबसे निचले 40 प्रतिशत लोगों के लिए है, चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो. केंद्र सरकार के इस नए फैसले से छह करोड़ वरिष्ठ नागरिकों वाले लगभग 4.5 करोड़ परिवारों को पारिवारिक आधार पर 5 लाख रुपए का मुफ्त स्वास्थ्य बीमा कवर मिलेगा.
इस योजना का वादा बीजेपी ने लोकसभा चुनाव में जारी अपने घोषणापत्र में भी किया था.
किसे और कितना मिलेगा फायदा?
केंद्र सरकार के नए फैसले के बाद वरिष्ठ नागरिकों को AB PM-JAY के तहत एक नया अलग कार्ड जारी किया जाएगा. सरकार का कहना है कि 70 साल या उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, चाहे वे पहले से ही AB PM-JAY के अंतर्गत आने वाले परिवारों से संबंधित क्यों न हों, अपने लिए सालाना 5 लाख रुपये तक का अतिरिक्त टॉप-अप कवर प्राप्त करेंगे. टॉप-अप का मतलब परिवार को मिलने वाले कवरेज के ऊपर से उन्हें अतिरिक्त कवरेज का फायदा मिलेगा.
जो लोग पहले से ही केंद्र सरकार स्वास्थ्य योजना (CGHS), भूतपूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ECHS), आयुष्मान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) जैसी अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजनाओं का लाभ उठा रहे हैं, वे या तो अपनी मौजूदा योजना जारी रख सकते हैं या AB PM-JAY का विकल्प चुन सकते हैं. इसके अलावा वैसे वरिष्ठ नागरिक भी इस योजना का फायदा उठा सकेंगे जो निजी स्वास्थ्य बीमा पॉलिसियों या कर्मचारी राज्य बीमा योजना के अंतर्गत आते हैं.
सरकार ने योजना के बारे में और क्या जानकारी दी है
केंद्र सरकार की ओर से जारी एक विज्ञप्ति में कहा गया है, "AB PM-JAY दुनिया की सबसे बड़ी सरकार से वित्त पोषित 'हेल्थ अश्योरेंस स्कीम' है, जो 12.34 करोड़ परिवारों के 55 करोड़ लोगों को अस्पताल में भर्ती होने के लिए प्रति परिवार प्रति वर्ष 5 लाख रुपए का स्वास्थ्य कवर प्रदान करती है."
स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि आयुष्मान भारत योजना में लाभार्थियों की संख्या लगातार बढ़ी ही है. शुरुआत में, भारत की आबादी के निचले 40% हिस्से वाले 10.74 करोड़ गरीब और कमजोर परिवारों को इस योजना के तहत कवर किया गया था. बाद में, सरकार ने जनवरी 2022 में भारत की 2011 की जनसंख्या की तुलना में 11.7% की दशकीय जनसंख्या वृद्धि को ध्यान में रखते हुए आयुष्मान भारत योजना के तहत लाभार्थियों के लिए योग्य परिवारों की संख्या 10.74 करोड़ से संशोधित कर 12 करोड़ कर दी थी.
वरिष्ठ नागरिकों की बात करें तो इंटरनेशनल इंस्टिट्यूट फॉर पॉपुलेशन साइंसेज की ओर से जारी लॉन्गीट्यूडनल एजिंग स्टडी ऑफ इंडिया 2020 के आंकड़ों अनुसार, भारत की 60 वर्ष से अधिक आयु की आबादी 2011 में 8.6 प्रतिशत से बढ़कर 2050 तक 19.5 प्रतिशत होने का अनुमान है. सीधा-सीधा समझें तो 60 से अधिक की आबादी 2011 में 10.3 करोड़ से बढ़कर 2050 में 31.9 करोड़ हो जाएगी. इंडिया एजिंग रिपोर्ट 2023 कहती है कि इस आयु वर्ग में स्वास्थ्य कवरेज महज 20 प्रतिशत है. इस तरह से प्रथम दृष्टया केंद्र सरकार का कदम देश के करोड़ों लोगों के लिए काफी फायदेमंद साबित होगा.
आयुष्मान भारत योजना की बात करें तो 'यूनिवर्सल हेल्थ कवरेज' की ओर अग्रसर इस योजना में 70 और उससे अधिक का आयु वर्ग पूर्ण कवरेज प्राप्त करने वाला पहला आयु समूह होगा. इस योजना के तहत योग्य परिवारों के सभी सदस्यों के स्वास्थ्य को कवर किया जाता है, फिर चाहे उनकी उम्र कुछ भी हो. पीआईबी से प्राप्त आंकड़ों के अनुसार, अगस्त 2024 तक इस योजना के तहत 7.37 करोड़ अस्पताल में भर्ती मरीजों को कवर किया गया है, जिनमें 49% लाभार्थी महिलाएं हैं. सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, इस योजना के तहत आम जनता को ₹1 लाख करोड़ से अधिक का लाभ हुआ है.