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क्या पहलगाम हमले के बाद J&K बॉर्डर पर फाइटर जेट तैनात कर रहा पाकिस्तान?

पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद सोशल मीडिया पर कई यूजर्स ने स्क्रीनशॉट साझा किए हैं, जिनमें पाकिस्तानी वायुसेना के विमानों की आवाजाही दिखाई गई है

'X' पर फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के स्क्रीनशॉट दिखाने वाले पोस्ट की बाढ़ आ गई है
'X' पर फ्लाइट ट्रैकिंग वेबसाइट Flightradar24 के स्क्रीनशॉट दिखाने वाले पोस्ट की बाढ़ आ गई है
अपडेटेड 23 अप्रैल , 2025

देश भर में फिलहाल गुस्से का माहौल है. वजह यही - जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमला, जिसमें 26 सैलानियों की हत्या कर दी गई. पहलगाम से करीब पांच किलोमीटर दूर बैसरन घाटी में सैलानियों का जो जत्था छुट्टी मना रहा था, उनमें से कोई अपनी हालिया शादी के बाद हनीमून मनाने के लिए आया था, कोई अपनी सालगिरह मनाने.

लेकिन उन हथियारबंद कायर आतंकियों को इसकी जरा भी परवाह नहीं हुई. प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, आतंकियों ने मरने वालों से बस उनका धर्म पूछा और सीधे गोली मार दी. बहरहाल, पहलगाम हमले के बाद कई सोशल मीडिया पोस्ट में यह दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के पास अपने एयर बेस पर सैन्य विमान तैनात किए हैं.

दरअसल, सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'X' पर फ्लाइटराडार24 वेबसाइट के स्क्रीनशॉट्स दिखाने वाली ऐसी पोस्ट की बाढ़ आ गई है, जो यह दिखाती हैं कि पाकिस्तान वायु सेना (PAF) के विमान कराची में सदर्न एयर कमांड से उत्तर में लाहौर और रावलपिंडी के पास के ठिकानों के लिए रवाना हो रहे हैं.

ये उत्तरी इलाके में भारतीय सीमाओं के सबसे नजदीकी पाकिस्तानी वायुसेना के एयरबेस हैं. रावलपिंडी में PAF का बेस नूर खान है, जो पाकिस्तान के प्रमुख ऑपरेशनल बेस में से एक है.

कुछ इस तरीके के पोस्ट X पर शेयर किए जा रहे
कुछ इस तरीके के पोस्ट X पर शेयर किए जा रहे

इन पोस्ट में दो खास तरह की उड़ानों पर फोकस किया गया:

PAF198 : यह एक लॉकहीड C-130E हरक्यूलिस ट्रांसपोर्ट एयरक्राफ्ट है. PAF ने C-130E हरक्यूलिस का इस्तेमाल मुख्य रूप से सैन्य परिवहन, सैनिकों और उपकरणों की तैनाती और मानवीय मिशनों के लिए किया है. यह विमान PAF के लिए रणनीतिक और सामरिक परिवहन का एक अहम हिस्सा रहा है, खासकर आपदा राहत और सैन्य अभियानों में.

PAF101 : एक छोटा एम्ब्रेयर फेनोम 100 जेट, जिसका इस्तेमाल अक्सर वीआईपी ट्रांसपोर्ट या खुफिया अभियानों के लिए किया जाता है.

हालांकि, पाकिस्तान की ओर से इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है.

एक और मिलता-जुलता पोस्ट
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पहलगाम में हुआ आतंकी हमला पुलवामा अटैक के बाद कश्मीर में सबसे बड़ा आतंकी हमला है. 14 फरवरी, 2019 को पुलवामा में हुए हमले में केंद्रीय रिजर्व पुलिस फोर्स (सीआरपीएफ) के 40 जवान मारे गए थे. इस हमले के बाद भारत ने एयर स्ट्राइक किया, जिसमें पाकिस्तान के बालाकोट में जैश-ए-मोहम्मद (JeM) समूह के एक ट्रेनिंग सेंटर को निशाना बनाया गया.

पहलगाम हमला: क्या है घटना?

22 अप्रैल को J&K के पहलगाम के पास बैसरन घाटी में हथियारबंद आतंकवादियों ने पर्यटकों पर गोलीबारी की. पीटीआई के मुताबिक, इस हमले में 26 लोगों की मौत हो गई, जिनमें दो विदेशी और दो स्थानीय लोग शामिल हैं.

जम्मू-कश्मीर में सबसे भयानक आतंकवादी हमलों में से एक यह हमला मंगलवार दोपहर करीब 2:30 बजे हुआ, जब वर्दी पहने आतंकवादियों के एक समूह ने बैसरन घाटी में पर्यटकों पर गोलीबारी शुरू कर दी.

इस हमले की जिम्मेदारी द रेजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने ली है. TRF, असल में लश्कर-ए-तैयबा का एक छद्म संगठन है. TRF ने कहा कि उसने भारत द्वारा जम्मू-कश्मीर में गैर-स्थानीय लोगों को हजारों निवास प्रमाण पत्र जारी करने के विरोध में यह हमला किया, जिसे उसने इलाके की डेमोग्राफी को बदलने वाला कदम बताया है.

बहरहाल, 'X' पर किए गए सभी दावे असत्यापित हैं और इस मामले पर पाकिस्तान वायु सेना या भारतीय अधिकारियों की ओर से कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है.

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