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इश्क का इलाज करते लव गुरु

पहली डेट के लिए पोशाक चुनने से लेकर सोशल मीडिया पर प्रेम संबंध तोडऩे की नाटकीय घोषणा करने तक रोमांटिक प्रेम संबंध के लिए इन गुरुओं से सलाह मिलती है. बस दाम चुकाना पड़ता है.

अपडेटेड 23 सितंबर , 2013
धन से प्रेम को भले ही न खरीदा जा सके, लेकिन लव गुरु जरूर खरीदे जा सकते हैं, जो आपको सुनहरे रोमांस से लेकर बिना आंसू बहाए ब्रेकअप करने तक के सारे मंत्र सिखा सकते हैं. मुंबई की 21 साल की केरणी बापट को जब अपने दोस्त से प्रेम हो गया तो उसने अनुप्रिया पटेल स्कूल में डेटिंग के क्रैश कोर्स में दाखिला लिया.

सजने-संवरने और नाचने से लेकर एसएमएस के जरिए प्रणय निवेदन और मुस्कान की भाषा तक, लव गुरु ने उसे हर चीज सिखाई ताकि डेट एकदम मनचाही हो. एक माह बाद जब प्रेम का भूत सिर से उतरा तो मुंबई यूनिवर्सिटी की इस छात्रा की सबसे अच्छी सहेली ब्रेकअप हेल्पलाइन डाट कॉम साबित हुई.

 जहां साइड इफेक्ट मैनेजर ने पुराने प्रेमी की तमाम यादें मिटा दीं, उसे फेसबुक पर दोस्तों की सूची से हटा दिया और दोबारा डेटिंग के अखाड़े में उतरने से पहले उसके लिए सुकून देने वाली फैट फ्री आइसक्रीम भी भेजी. उसने बताया, ‘‘जैसे हम इम्तिहान और इंटरव्यू के लिए ट्यूशन लेते हैं, उसी तरह यह गुरु हमें रिश्तों की मांग पूरी करना सिखाते हैं, जो काफी मुश्किल काम है.’’
अंकित अनुभवी अपनी शिष्या के साथ

आज की यंग जेनरेशन के लिए प्रेम का मतलब फिल्मों के मैटिनी शो, कैफे में कैपुचीनो कॉफी और मां-बाप की सतर्क आंखों से बचकर चुराए हुए चुंबन नहीं रह गया है. चाहे पहली डेट के लिए सजना-संवरना हो, यूं ही कुछ समय के लिए रिश्ता जोडऩा हो, शादी के लिए देखने-दिखाने के लिए अपना व्यक्तित्व निखारना हो या फिर सोशल मीडिया पर संबंध विच्छेद की नाटकीय घोषणा करनी हो, आज के लव गुरु रिश्तों को एकदम सटीक अंदाज में डिजाइन कर देते हैं.

हैदराबाद स्थित पनाशः द फिनिशिंग स्कूल की सीईओ कविता गोलेछा कहती हैं, ‘‘कुछ भी, किसी भी तरह से हासिल करने के लिए दबाव बहुत है. लोगों को लगता है कि 75 घंटे के सेशन में सब कुछ ठीक हो सकता है. अपने हो सकने वाले साथी पर सही छाप छोडऩे को बेताब यंग इंडिया मिस्टर या मिस राइट को सम्मोहित करने के लिए मोटी रकम खर्च करने को तैयार है.

पनाश स्कूल, हैदराबाद का नजारा

मुंबई की रियल मैन एकेडमी (आरएमए) में चार दिन के बूटकैंप की फीस 18,000 रु. है  इसके बावजूद महीने में कम-से-कम 30 लोग यहां आते हैं. दिल्ली की न्यू फ्रेंड्स कॉलोनी में प्रिया वॉरिक के फिनिशिंग स्कूल में एक वर्कशॉप की फीस 50,000 रु. से 2.5 लाख रु. तक है. फिर भी साल में 450 लोग इसमें हिस्सा लेते हैं. उधर, रिश्ता टूटने पर संभालने वालों की भी भारी मांग है.

ब्रेकअप हेल्पलाइन डाट कॉम साल में करीब 600 लोगों की मदद करती है. व्यक्तिगत गुरुओं के बारे में आइबिसवर्ल्ड की मार्केट रिसर्च के मुताबिक,  पूरी दुनिया में फैला 64 अरब डॉलर का यह कारोबार साल में 11.4 फीसदी की दर से बढ़ेगा. भारत इस कारोबार का उभरता हुआ बाजार है.

जरूरत जो भी हो, हरेक के लिए वर्कशॉप हाजिर है. एकदम मनचाही पत्नी बनने के सेशन से लेकर सेक्स के गुर सिखाने और प्रेम रस में डूबी कविता के साथ शेक्सपियराना अंदाज में एकदम सही ढंग से प्रेम प्रस्ताव रखने का अंदाज सिखाने तक, रिश्तों के मामलों में ऐसा कुछ नहीं है जो यहां आप नहीं सीख सकते. दिल्ली में रिश्ते और व्यक्तित्व संवारने वाली गुरु 52 वर्षीया पिया कुमार कहती हैं, ‘‘आज समस्याएं इतनी अलग-अलग हैं कि रिश्तों की कोचिंग का कोई एक सूत्र नहीं है.

उसे जरूरत के हिसाब से ढालना पड़ता है.’’ एक दशक पहले तक लड़कों को लुभाने के लिए लड़कियों को ब्यूटी टिप्स देने भर से काम चल जाता था. लेकिन आज के क्लाइंट अपनी अलग-अलग स्थितियों के लिए गुर सीखना चाहते हैं, जैसे ब्लाइंड डेट के लिए मेकओवर, गार्डन पार्टी के लिए मेकअप या भावी पति-पत्नी से पहली मुलाकात के लिए वार्डरोब टिप्स.

सटीक डेट की तैयारी
फिनिशिंग स्कूल अपने स्टुडेंट्स को किसी भी रिश्ते में खुद को शानदार ढंग से पेश करना सिखाने के लिए अपने प्रोग्राम सुधार रहे हैं. चाहे शादी से पहले लड़के और लड़की को देखने-दिखाने का मौका हो या स्कूल से निकले टीनेजर कॉलेज में सबसे पॉपुलर होना चाहते हों, इन स्कूलों में हरेक की मदद के लिए नुस्खे हैं. दिल्ली की रहने वाली 22 वर्षीया शिल्पी मेहरोत्रा ने शादी से कुछ महीने पहले प्रिया वॉरिक फिनिशिंग स्कूल में सेलिब्रिटी गर्ल कोर्स में दाखिला लिया.

इस स्कूल की संस्थापक क्लीनिकल साइकोलॉजिस्ट प्रिया वॉरिक कहती हैं, ‘‘मैंने जवान लड़कियों को शादी के मंडप से निकाले जाते देखा है क्योंकि वे सही असर नहीं छोड़ पातीं और लड़कों को भी नाकाम रिश्तों से उबरने के लिए जी-जान से कोशिश करते देखा है. हमारे कोर्स उनकी पर्सनाल्टी को पूरी तरह बदल देते हैं.’’

6 इंच की हील वाले सैंडिल के साथ साड़ी में चलने का सही अंदाज हो, फॉक्सट्राट डांस हो या एकदम चतुर मेजबानी का तरीका, वॉरिक का कहना है कि अकसर भावी दूल्हे को आचार-व्यवहार का निखरा अंदाज बेहद जरूरी लगता है. वे कहती हैं, ‘‘लड़कियों के परिवार खास तौर पर बताते हैं कि हमें उन्हें शादी के लिए कैसे तैयार करना है.’’

प्रिया वॉरिक(बाएं) अपनी छात्राओं के साथ
मुंबई के शिवा ने सात साल पहले आरएमए की शुरुआत की थी. वहां फील्ड में बूटकैंप लगते हैं और पर्सनल ट्रेनिंग सेशन होते हैं, जिनमें रोल प्ले के जरिए लड़के यह सीखते हैं कि लड़कियों के पास जाने और बात करने का सही तरीका क्या है. शिवा कहते हैं, ‘‘ये सिर्फ  बातचीत शुरू करने तक सीमित नहीं है.

लड़कियां मर्द के व्यक्तित्व, आत्मविश्वास और उसकी क्षमताओं पर नजर रखती हैं. सिर्फ भलामानुस होने से काम नहीं चलता. हम मर्दों को सिखाते हैं कि वे महिलाओं से ऐसे बातचीत करें या ऐसे पेश आएं कि ऐसा न लगे कि लड़की को खुश करने के लिए आप कुर्बान हुए जा रहे हैं.’’ चंडीगढ़ के जैस्मीन कौर वर्ल्ड में लड़के, लड़कियों से पहली मुलाकात में पेश आने, बातचीत करने, रोमांटिक छुट्टी बिताने और एनिवर्सरी मनाने के तरीके सीखते हैं.

40 वर्षीया जैस्मीन कौर मॉक प्ले और काउंसिलिंग के जरिए लड़कों को समझदारी से पेश आना सिखाती हैं. वे कहती हैं, ‘‘मैं लड़कों को लड़कियों का मन समझने में मदद करती हूं. चाहे सुबह में बेडरूम में ही नाश्ता करना हो या बिना वजह गुलाब देना, अगर आप जानते हैं कि अपनी पत्नी या गर्लफ्रेंड को खुश करने का सही तरीका क्या है, तो बात बन जाती है.’’

रोने के लिए कंधा
ये गुरु टूटे दिलों के लिए रात को 3 बजे के नए दोस्त बन गए हैं. 26 साल के अंकित का कहना है कि पहले दिन से हम उन्हें भरोसा दिलाते हैं कि हम उनके दोस्त हैं, जो सातों दिन 24 घंटे व्हाट्सऐप, फेसबुक, एसएमएस, फोन या वीडियो कॉल के जरिए उपलब्ध हैं. अंकित ने 2011 में एक रिश्ता टूटने के बाद कुछ दोस्तों के साथ ब्रेकअप हेल्पलाइन डाटकॉम नाम से एक वेबसाइट शुरू की थी.

उसे खुद एक ऐसे दोस्त की जरूरत महसूस हुई, जो उसके व्यवहार पर लेक्चर न दे. तब उसे एहसास हुआ कि दिल टूटने का गम सहने के दौर में ऐसे दोस्त की भारी मांग है, जो कोई उपेदश न दे. अंकित के सेशन में क्लीनिकल साइकोलॉजी और दोस्ताना सलाह सब कुछ होते हैं. अगर जरूरत पड़े तो वे पिछले बॉय या गर्लफ्रेंड से बात करते हैं और टूटे हुए दिलों को हौसला दिलाने के लिए चॉकलेट भी भेज देते हैं.

इन सेवाओं की कीमत 500 रु. से 7,500 रु. के बीच हो सकती है और पूरे देश से हर महीने करीब 70 ग्राहक तो आते ही हैं. वहां आंसू बहाने वाली कोई बातचीत नहीं होती. इसके बजाए सांप-सीढ़ी के खेल के सहारे पता लगाया जाता है कि रिश्तों में भूल कहां हो रही है या फिर आत्मविश्वास परखने के लिए दिखावटी डेट तय की जाती है. बंगलुरू की 23 वर्षीय अभिलाषा सोनी कहती हैं, ‘‘रिश्तों के गुरु के साथ बात करना दोस्त से बात करने से ज्यादा आसान होता है. सेशन के दौरान मैंने अपने व्यक्तित्व के बारे में भी बहुत कुछ जाना और अब मैं पहले से ज्यादा समझदार हो गई हूं.’’
 
गौरव सरीन (बीच में)
किराए का साथी
अगर आप किसी गंभीर रिश्ते की तलाश में नहीं हैं तो मौज-मस्ती की एक रात की सारी जरूरतें सेक्स गुरु से पूरी हो जाती हैं. 2,500 रु. से 8,000 रु. तक के एक सेशन में आपका सेक्स गुरु आपको लुभाने और एक रात की मस्ती के सारे गुर सिखा देगा.

यह रुझान बढ़ तो रहा है पर गोलेछा का कहना है कि अधिकतर सेशन क्लाइंट के व्यक्तित्व को निखारने पर जोर देते हैं. 80 प्रतिशत समस्याएं हमारे भीतर होती हैं. इन वर्कशॉप से हमें अपनी क्षमता को समझने और विश्वास पैदा करने में मदद मिलती है.

यह सारा किस्सा सिर्फ स्वप्निल रोमांस तक सीमित नहीं है. गोलेछा ने लड़कियों को दमघोंटू रिश्ते से आजाद होने में भी मदद की है. उनका कहना है कि समाज में खोखलापन है, जहां लोग बाहरी रंग-रूप और सामाजिक हैसियत के पीछे पागल हैं.

इसी मांग के सहारे लव गुरुअपने टिप्स का दायरा बढ़ा रहे हैं और रोज नए शिष्य बनाते जा रहे हैं. फिनिशिंग स्कूल 15 साल से छोटे किशोरों को हाइस्कूल में डेटिंग के लिए तैयार करने के प्रोग्राम बना रहे हैं और अंतरराष्ट्रीय अंदाज देने के लिए विदेशी गुरु बुला रहे हैं, जिसे देखते हुए लगता है कि नए युग में प्रेम का सीधा संबंध भारी जेब और ट्रेनिंग से होने वाला है.
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