
विश्व शतरंज चैंपियन और भारत के ग्रैंडमास्टर डी. गुकेश ने कहा, ''मेरे पूरे करियर के दौरान मेरे मां-बाप ने कभी मुझे यह एहसास नहीं होने दिया कि आर्थिक मोर्चे पर उन्हें किस तरह के संघर्ष से गुजरना पड़ रहा है...मुझे यह बात बहुत सुकून देती है कि अब उन्हें रुपए-पैसे की फिक्र करने की जरूरत नहीं. हम आरामदायक जीवन जी सकते हैं और पहले जैसी मशक्कतों का सामना करने की जरूरत नहीं.''
बॉलीवुड कपूर खानदान की नई आमद अभिनेता जहान कपूर ने कहा, ''(कपूर खानदान से होना) दो-धारी तलवार है...यह दबाव पैदा करता है, उम्मीदें बढ़ा देता है, फिर भी लोग माफ कर देते हैं... शुक्र है कि मेरे मां-बाप की वजह से कि मैं अपने कंधे पर वह बोझ लेकर चलने से बच गया.''

उत्तर प्रदेश के कौशांबी से लोकसभा सदस्य और देश के सबसे युवा सांसद पुष्पेंद्र सरोज ने कहा, ''राजनीति आज धर्म और जाति पर आधारित हो गई है. लेकिन नौजवान मुद्दों पर बहस चाहते हैं. मेरा मकसद उनका प्रतिनिधि बनना है...बदलाव की बात करना है. तब शायद वे मेरी मिसाल पर चलें और राजनीति में उतरें.''
कानूनी फर्म सिरिल अमरचंद मंगलदास के ऋषभ श्रॉफ ने कहा, ''नई पीढ़ी निवेश में बहुत ज्यादा वक्त लगाती है, न कि निर्माण में. जब तक आप कारखाने में या बोर्डरूम में वक्त नहीं बिताते, आप वाकई समझ नहीं सकते कि कारोबार को किस तरह से अहमियत दें और किस ढंग से उसमें निवेश करें.''
