scorecardresearch

किताबों का ये गुलदस्ता कैसे बना सकता है साल 2025 को और भी खूबसूरत?

दस किताबों के इस गुलदस्ते में है रोमिला थापर, युवाल नोआ हरारी जैसे लेखकों के अनुभव से रंगे नए रंग

युवाल नोआ हरारी, विश्वविख्यात लेखक
युवाल नोआ हरारी, विश्वविख्यात लेखक
अपडेटेड 30 जनवरी , 2025

1. नेक्सस: पाषाण युग से एआई तक सूचना-तंत्रों का संक्षिप्त इतिहास

लेखक: युवाल नोआ हरारी

प्रकाशक: मंजुल पब्लिशिंग हाउस

सेपियंस: अ ब्रीफ हिस्ट्री ऑफ ह्यूमनकाइंड जैसी चर्चित किताब के लेखक युवाल नोआ हरारी की यह नई किताब बताती है कि सूचना प्रौद्योगिकी ने हमारी दुनिया को कैसे बनाया और कैसे बिगाड़ा है. युवाल बताते हैं कि कहानियों ने हमें एक साथ ला दिया. पुस्तकों ने हमारे विचारों को और हमारी पौराणिक कथाओं को प्रसारित किया.

इंटरनेट ने अंतहीन ज्ञान का आश्वासन दिया. लेकिन अब एल्गोरिद्म ने हमारे रहस्यों को जान लिया है और हमें एक-दूसरे के विरुद्ध खड़ा कर दिया. आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के साथ हमारा भविष्य कैसा होने वाला है? नेक्सस इस बात का रोमांचक वृत्तांत है कि हम इस मुकाम तक कैसे पहुंचे और अब इस स्थिति में जीवित बने रहने और फलने-फूलने के लिए हमें तत्काल कौन-से विकल्प अपनाने चाहिए?

*******

2. असहमति की आवाजें (इतिहास/राजनीति/विमर्श)

लेखक: रोमिला थापर

मूल किताब: वॉइसेज ऑफ डिसेंट: ऐन एसे

अनुवादक: अशोक कुमार

प्रकाशक: राजकमल प्रकाशन

इतिहास/राजनीति/विमर्श

असहमति भारतीय जनजीवन का हमेशा से हिस्सा रही है. थापर की यह किताब बतलाती है कि भारतीय उपमहाद्वीप में असहमति का लंबा इतिहास रहा है, भले ही सदियों में इसके रूप विकसित या परिवर्तित हो गए हैं. लेखक असहमति की अभिव्यक्ति और उसके अहिंसक रूपों पर विचार करते हुए इसे भारतीय ऐतिहासिक अनुभव के अंग के रूप में समय के विभिन्न बिंदुओं और संदर्भों से जोड़ती हैं.

वे प्राचीन वैदिक काल से शुरू करती हैं, जैन, बौद्ध, आजीविक आदि समूहों के उद्भव और इससे आगे, मध्यकाल के भक्ति संतों और अन्य के विचारों को परखती हैं. इस रास्ते वे हमें असहमति के उस प्रमुखबिंनदु, महात्मा गांधी के सत्याग्रह, तक ले जाती हैं जिसने आजाद और लोकतांत्रिक भारत की स्थापना में मदद की.

वे इस बात पर बल देती हैं कि किस तरह धर्म ने हमेशा सामाजिक परिवर्तन को प्रतिबिंबित किया है. वर्तमान में धर्म के राजनीतिकरण के साथ वे अपनी बात पूरी करती हैं. भारत की शीर्षस्थ पब्लिक इंटेलेक्चुअल की यह किताब उन सबके लिए एक आवश्यक पाठ है, जो न सिर्फ भारत के अतीत को बल्कि भारतीय समाज और राष्ट्र की दिशा को भी उसके सही परिप्रेक्ष्य में जानना-समझना चाहते हैं.

*******

3. जिंदगी का सफर: जावेद अख्तर (नसरीन मुन्नी कबीर से वार्तालाप)

अनुवादक: आमिर मलिक

प्रकाशक: मंजुल पब्लिशिंग हाउस

जिंदगी का सफर

इस किताब में पटकथा लेखक, शायर और संगीतकार जावेद अख्तर ने लेखिका नसरीन मुन्नी कबीर से बातचीत करते हुए जिंदगी के उन आयामों पर रोशनी डाली है जो इतिहास के अंधेरों में गुम हो जाया करते हैं.

अख्तर बला की ईमानदारी से अपनी जिंदगी के उस उतार-चढ़ाव का जिक्र करते नजर आते हैं जो शहर-ए-लखनऊ में उनके बचपन का हिस्सा रहा है. वहां से शुरू होकर अख्तर 1960 के उस दौर में जाते हैं जब वे लेखक बनने की ओर अग्रसर थे और फिल्म उद्योग में अपने कदम रखना चाह रहे थे.

अख्तर उन दिनों की बात भी आगे रखते हैं जब वे एक कामयाब पटकथा लेखक हो चुके थे. अपने पति और पिता होने के अलावा वे अपनी पारिवारिक जिंदगी पर भी साफगोई से बात करते हैं. यहां वे पाठक को अपनी दोस्ती और सहकर्मियों के बारे में भी बताते हैं जो उनकी निजी और पेशेवर जिंदगी का हिस्सा रहे हैं. दिल टूटने, चोट लगने जैसी आत्मीय बातों से भी वे पाठक को परिचित करवाते हैं.

जावेद अख्तर ने उन चुनौतियों-संघर्षों पर भी विचार रखे हैं जो मकबूलियत और रईसी के साथ आते हैं और जिन पर विजय पाना आसान नहीं होता. उन्होंने दीवानों की तरह एक्सीलेंस का पीछा किया है. यह पुस्तक फिल्म इतिहास का वह दर्पण है जिसमें कहानियों और किस्सों की शक्ल में उस दौर का फिल्म-इतिहास भी पाठकों की निगाहों में समा जाता है.

*******

जिंदगी का सफर

4. मेरा परिवार

लेखक: महादेवी वर्मा

प्रकाशक: अनबाउंड स्क्रिप्ट

मेरा परिवार महादेवी वर्मा के रेखाचित्रों का चर्चित संग्रह है. गिल्लू, दुर्मुख, नीलकंठ जैसे चर्चित रेखाचित्र इसी संग्रह में हैं. 2025 में आने वाली यह किताब अलग-अलग रेखाचित्रों की इलस्ट्रेटेड पुस्तक होगी. हर रेखाचित्र एक सुंदर, सचित्र और स्वतंत्र किताब की तरह है.

*******

5. लुक अराउंड

लेखक: विजेंद्र चौहान

जॉनर: सेल्फ हेल्प

प्रकाशक: अनबाउंड स्क्रिप्ट

मशहूर एजुकेटर विजेंद्र चौहान की यह किताब मोटिवेशन और यूपीएससी के बारे में बने भ्रम को तोड़ती है, साथ ही आपको इसे समझने और भेदने का सबसे कारगर और अपडेटेड नजरिया भी देती है. यह न सिर्फ लक्ष्य तक पहुंचने के तरीके सिखाती है बल्कि उससे भी पहले लक्ष्य तय करने, सोचने और व्यन्न्तित्व विकास के मूलभूत सूत्रों तक ले जाती है. यह किताब प्रतियोगी विद्यार्थियों के लिए हैंडबुक हो सकती है.

*******

6. तेरी दीवानी

लेखक: कैलाश खेर

प्रकाशक: पेंगुइन स्वदेश

इस किताब में मशहूर हिंदूसिंगर कैलाश खेर ने अपने शीर्ष 50 गीतों के साथ उनकी रचना यात्रा भी साझा की है.

*******

7. हिंदू धर्म का सार

लेखक: त्रिलोचन शास्त्री

अनुवादक: रचना भोला यामिनी

प्रकाशक: वाणी प्रकाशन

हिंदू होना क्या है, हिंदू धर्म क्या है, उसके अनिवार्य तत्व क्या हैं? अगर आप जन्म से या कर्म से खुद को हिंदू धर्म से जुड़ा हुआ मानते हैं तो उसकी बुनियाद क्या है? आईआईएम बंगलौर के प्रोफेसर त्रिलोचन शास्त्री की यह किताब इन्हीं सब सवालों के उत्तर बहुत स्पष्टता के साथ सौंपती है.

*******

अनिल यादव

8. अप्रेम

लेखक: अनिल यादव

प्रकाशक: पेंगुइन स्वदेश

कीड़ाजड़ी जैसी चर्चित पुस्तक के लेखक अनिल यादव का नया कहानी संग्रह है अप्रेम. इसमें उन्होंने सामाजिक जीवन के अनेक आयामों से जुड़ी कहानियां बांची हैं.

 

*******

9. केवल जड़ें हैं

लेखक: विनोद कुमार शुक्ल

प्रकाशक: हिंद युग्म

यह मशहूर कवि-कथाकार विनोद कुमार शुक्ल की 58 कविताओं का संग्रह है. ये कविताएं अभी तक किसी भी संग्रह में शामिल नहीं हैं. इस संग्रह की सबसे खास बात यह है कि शुक्ल की सभी कविताएं उनकी हस्तलिपि में भी होंगी और साथ ही छपाई वाले फॉन्ट में भी.

विनोद कुमार शुक्ल

 

 

 

 

 

 

 

 

 

*******

10. जख्म अभी ताजा हैं (एक दलित आत्मकथा)

लेखक: सरवर कुमार चहल

प्रकाशक: हिंद युग्म

अभी ताजा हैं (एक दलित आत्मकथा)

जख्म अभी ताजा हैं एक दलित लेखक की आत्मकथा है. इसमें लेखक अपने जीवन-संघर्ष, जातिगत भेदभाव और अपनी पहचान की खोज के बारे में बात करते हैं. लेखक का मानना है कि यह शायद पहले हरियाणवी दलित की आत्मकथा है, इस कारण इस आत्मकथा में हरियाणा की भाषा, परिवेश तथा संस्कृति पहली बार एक दलित दृष्टि से पाठकों के सामने जाहिर हो रहे हैं.

अनुभवों से उपजे घाव हमेशा ताजा रहते हैं. लेखक ने दलित समाज की समस्याओं, संघर्षों और उनके समाधान के लिए शिक्षा और सामाजिक जागरूकता की महत्ता पर जोर दिया है. आत्मकथा न केवल उनके व्यक्तिगत संघर्षों का चित्रण है बल्कि समाज के लिए एक प्रेरणा है.

दीपक तैनगुरिया

Advertisement
Advertisement