अनोखा है केवल बेटियों को समर्प‍ित देश का पहला सैनिक स्कूल

उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृंदावन में 'संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल' की शुरुआत की गई है, जिसमें 120 छात्राओं को प्रवेश मिलेगा

2021 में पीएम मोदी ने की थी लड़कियों के लिए समर्पित आर्मी स्कूल शुरू करने की घोषणा
2021 में पीएम मोदी ने की थी लड़कियों के लिए समर्पित आर्मी स्कूल शुरू करने की घोषणा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2021 में 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र के नाम अपने संबोधन में लड़कियों के लिए सैनिक स्कूल खोलने की घोषणा की थी. प्रधानमंत्री मोदी ने कहा था "सैनिक स्कूल, जो परंपरागत रूप से केवल लड़कों को प्रवेश देते हैं, अब लड़कियों के लिए भी खुलेंगे." करीब ढाई साल बाद 2024 की पहली तारीख को ब्रजभूमि पर प्रधानमंत्री मोदी की घोषणा ने आकार लिया.

केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के साथ 1 जनवरी को उत्तर प्रदेश के मथुरा जिले के वृन्दावन में देश के पहले सैनिक स्कूल, जो केवल लड़कियों को समर्पित है, का उद्घाटन किया. रक्षा मंत्री ने इसे "महिला सशक्तिकरण के इतिहास में एक स्वर्णिम क्षण" बताया.

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने 2018 में सैनिक स्कूल, लखनऊ में छात्राओं का नामांकन शुरू करने की अपील रक्षा मंत्रालय से की थी. रक्षा मंत्रालय ने 2019 में चरणबद्ध तरीके से 2021-22 शैक्षणिक सत्र से सैनिक स्कूलों में लड़कियों के प्रवेश को मंजूरी दी. मिजोरम में सैनिक स्कूल, छिंगछिप में रक्षा मंत्रालय द्वारा शुरू किए गए पायलट प्रोजेक्ट की सफलता के बाद केवल लड़कियों के लिए समर्प‍ित सैनिक स्कूल खोलने का निर्णय लिया गया.

देश भर में लगभग 870 छात्रों की क्षमता के साथ राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में गैर सरकारी संगठनों/निजी/राज्य सरकारी स्कूलों के साथ साझेदारी मोड में 100 नए सैनिक स्कूल खोलने की पहल की गई है जिनमें से 42 पहले ही खुल चुके हैं. इन्हीं में से एक अनोखी परियोजना के तौर पर 'संविद गुरुकुलम गर्ल्स सैनिक स्कूल' मथुरा के वृंदावन क्षेत्र में खोला गया है. वृंदावन स्थित वात्सल्य ग्राम में साध्वी ऋतंभरा के 60वें जन्मोत्सव के उपलक्ष्य में षष्ठीपूर्ति महोत्सव आयोजित किया जा रहा है. इसी मौके पर स्कूल का लोकार्पण किया गया.

छठी कक्षा से 12वीं कक्षा तक संचालित होने जा रहे इस स्कूल में 120 बेटियां शिक्षा हासिल करेंगी. सैन्य विद्यालय के बारे में जानकारी देते हुए वात्सल्य ग्राम के प्रवक्ता डा. उमाशंकर राही ने बताया कि सैन्य विद्यालय में हर वर्ष 120 सीटें तय की गई हैं. विद्यालय में दाखिला के लिए राष्ट्रीय परीक्षा एजेंसी परीक्षा कराती है. बालिकाओं ने 20 दिसंबर तक आवेदन किया है. 21 जनवरी को इसकी परीक्षा होगी. परीक्षा में पास होने के बाद बालिकाओं की ई-काउंसिलिंग होगी और मेरिट लिस्ट बनेगी. लड़कियों के लिए समर्पित इस सैनिक स्कूल में शैक्ष‍िक सत्र अप्रैल में ही शुरू होगा.

सैनिक स्कूल में चयनित छात्राओं की दिनचर्या सुबह 5 बजे ड्रिल के साथ शुरू होगी और रात 10 बजे तक वे विभिन्न गतिविधियों में शामिल रहेंगी. इस दौरान सैनिक स्कूल सोसाइटी द्वारा निर्धारित पाठ्यक्रम के अनुसार शिक्षा के अलावा विभिन्न खेलकूद, परेड और बाधा प्रशिक्षण दिया जाएगा. विद्यालय में स्केटिंग, वॉलीबॉल, रायफल शूटिंग, हार्स राइडिंग कोर्स भी बालिकाओं को कराए जाएंगे.

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