राजस्थान : थार में रविंद्र भाटी के कार्यक्रम को लेकर कैसे छिड़ी रार?

शिव विधायक रविंद्र सिंह भाटी की अगुवाई में पाकिस्तान सीमा से सटे रोहिड़ी गांव के रेतीले धोरों में 12 जनवरी (युवा दिवस) को ‘रोहिड़ी फेस्ट 2025’ होना था लेकिन इसको मिली मंजूरी रद्द होने के बाद इस पर राजनीतिक बवाल मच गया है

रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल का एक पोस्टर
रोहिड़ी म्यूजिक फेस्टिवल का एक पोस्टर

राजस्थान में शायद ही किसी युवा नेता और वह भी निर्दलीय विधायक ने बीते दो-तीन सालों में इतनी सुर्खियां नहीं बटोरी होंगी, जितनी रविंद्र सिंह भाटी के खाते में आई हैं. 2023 के विधानसभा चुनाव में पहले वे शिव सीट से बीजेपी और कांग्रेस उम्मीदवारों को हराकर विधायक बने, फिर उन्होंने 2024 के लोकसभा चुनाव में बाड़मेर लोकसभा सीट से खड़े होकर दोनों प्रमुख पार्टियों की हालत खराब कर दी. हालांकि वे यहां जीत नहीं पाए लेकिन बीजेपी को तीसरे स्थान पर जरूर धकेल दिया.

विधायक बनने के बाद से रविंद्र भाटी लगातार चर्चा में आते रहे हैं. इस समय वे एक आयोजन रद्द होने की वजह से सुर्खियां बटोर रहे हैं. दरअसल शिव विधायक की अगुवाई में पाक सीमा से सटे रोहिड़ी गांव के रेतीले धोरों में 12 जनवरी (युवा दिवस) को ‘रोहिड़ी फेस्ट 2025’ होना था, लेकिन बाड़मेर जिला प्रशासन ने इसकी मंजूरी रद्द कर दी और थार की सर्द फिजां में अचानक सियासी उबाल आ गया. 

जिला प्रशासन ने राष्ट्रीय सुरक्षा का हवाला देते हुए इस आयोजन पर रोक लगाई है. लेकिन इस फैसले के खिलाफ विधायक भाटी और उनके समर्थक आक्रोशित हैं. रविंद्र सिंह भाटी का आरोप है कि उनके राजनीतिक विरोधियों ने साजिश रचकर इस कार्यक्रम के आयोजन पर रोक लगवाई है. भाटी के समर्थक सवाल उठाते हैं कि 11 फरवरी 2024 को बीजेपी नेता स्वरूप सिंह राठौड़ की ओर से बॉर्डर से सटे बाखासर गांव में ‘आपणो रण’ कार्यक्रम आयोजित किया गया था और तब प्रशासन ने उसे राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा नहीं बताया था, लेकिन रोहिड़ी फेस्ट को रोक दिया गया है.  

भाटी और उनके समर्थकों के आक्रोश का एक कारण ये भी है कि ‘रोहिड़ी फेस्ट 2025’ के प्रचार-प्रसार पर लाखों रुपए खर्च किए जा चुके हैं. कार्यक्रम के पोस्टर, बैनर, कलाकारों को निमंत्रण, बाहर से आने वाले कलाकारों और मेहमानों के खाने और ठहरने जैसी तमाम तैयारियां पूरी कर ली गई थीं.  

काबिलेगौर है कि स्वरूप सिंह राठौड़ और रविंद्र सिंह भाटी के बीच विधानसभा चुनाव से ही सियासी अदावत चल रही है. दोनों शिव विधानसभा क्षेत्र से आमने-सामने चुनाव लड़ चुके हैं जिसमें भाटी की जीत हुई और राठौड़ चौथे स्थान पर रहे थे. विधानसभा चुनाव से पहले रविंद्र सिंह भाटी ने भी बीजेपी का दामन थाम लिया था, लेकिन जब उन्हें शिव से उम्मीदवार नहीं बनाया गया तो 9 दिन बाद ही उन्होंने पार्टी छोड़ दी. 

इसके बाद शिव विधानसभा क्षेत्र में विकास कार्यों की स्वीकृति को लेकर भी दोनों आमने-सामने हो गए थे. 14 मार्च 2024 को जलदाय विभाग की ओर से शिव क्षेत्र में हैंडपंप स्वीकृत किए जाने का मामला भी काफी चर्चा में रहा. विभाग की ओर से बीजेपी के विधानसभा उम्मीदवार रहे स्वरुप सिंह राठौड़ की सिफारिश पर 22 और विधायक रविंद्र सिंह भाटी की सिफारिश पर सिर्फ दो हैंडपंप स्वीकृत किए गए तो भाटी ने इसे लेकर बीजेपी के खिलाफ मोर्चा खोल दिया था. इसके बाद ही भाटी ने बाड़मेर-जैसलमेर क्षेत्र से लोकसभा चुनाव लड़ने का फैसला किया जिसके कारण यहां भाजपा तीसरे नंबर पर चली गई. 

अब रोहिड़ी फेस्ट 2025 निरस्त किए जाने के मामले ने नए विवाद को जन्म दे दिया है. भाटी समर्थकों ने कार्यक्रम निरस्त किए जाने के खिलाफ 10 जनवरी को सोशल मीडिया X पर हैश टैग ‘थार घातक भाजपा’ ट्रेंड कराया. भाटी और उनके समर्थकों का आरोप है कि कार्यक्रम की अनुमति मिलने के 9 दिन बाद जब सारी तैयारियां पूरी कर ली गई तब इसे निरस्त करना यह साफ बताता है कि इसके पीछे किन लोगों की राजनीतिक साजिश है.  

इधर, इस मामले को लेकर बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी का कहना है, “रोहिड़ी फेस्ट को पहले स्थानीय कार्यक्रम मानकर अनुमति दी गई थी, लेकिन इसके बाद बीएसएफ व अन्य सुरक्षा एजेंसियों ने अवगत कराया कि केंद्र सरकार की अधिसूचना के अनुसार रोहिड़ी गांव प्रतिबंधित क्षेत्र है और यहां बाहरी लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध है. इसलिए यहां ओपन फेस्टिवल नहीं किया जा सकता.”   

31 दिसंबर 2024 को गडरारोड के उपखंड अधिकारी हनुमानाराम की ओर से रोहिड़ी फेस्ट 2025 के आयोजन की अनुमति दी गई थी. इसी बीच रविंद्र सिंह भाटी और उनके समर्थकों ने जोर-शोर से इसके प्रचार-प्रसार की तैयारियां शुरू कर दी. भाटी का दावा था कि इस कार्यक्रम में राजस्थान की लोक संस्कृति से जुड़े 400 से ज्यादा कलाकार भाग लेंगे. 

बाड़मेर जिला कलेक्टर टीना डाबी की ओर 9 जनवरी को नया आदेश जारी कर 31 दिसंबर को जारी की गई अनुमति को निरस्त कर दिया. इस पत्र में यह हवाला दिया गया है कि रोहिड़ी गांव भारत-पाक अंतर्राष्ट्रीय सीमा से 5 किलोमीटर की परिधि में स्थित है तथा केंद्र सरकार की 1961 व 1996 में जारी अधिसूचना के अनुसार यहां आम लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध है. ऐसे में अगर यहां कार्यक्रम के लिए देशभर से हजारों लोगों जुटेंगे तो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा हो सकता है. साथ ही इस पत्र में यह भी हवाला दिया गया है कि आयोजकों ने अभी तक इस कार्यक्रम में भाग लेने वाले लोगों की सूची प्रस्तुत नहीं की है और न उनका सत्यापन करवाकर अनुमति ली गई है. 

जिला प्रशासन की ओर से जारी किए गए पत्र में यह भी हवाला दिया गया है कि बाड़मेर निवासी रायसिंह, गिरधर सिंह और रेवंत सिंह ने जिला प्रशासन को पत्र लिखकर यह आग्रह किया था कि भारत-पाक सीमा के पास हजारों की तादाद में बाहरी लोगों के आने से संदिग्ध गतिविधियां होने की आशंका है तथा इससे स्थानीय लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ेगा. 

इधर, रोहिड़ी गांव में कार्यक्रम की मंजूरी नहीं मिलने के बाद रविंद्र सिंह भाटी ने 10 जनवरी को शिव तहसील के उपखंड अधिकारी को एक पत्र भेजकर 12 जनवरी को ही शिव कस्बे के मेजर ध्यानचंद स्टेडियम में ‘रोहिड़ी फेस्ट 2025’ कार्यक्रम की मंजूरी चाही है. पत्र में यह हवाला दिया गया है कि यह कार्यक्रम दोपहर 12 बजे से रात 10 बजे तक चलेगा और इसमें देश के अलग-अलग हिस्सों से करीब 10 हजार मेहमान आएंगे. 

‘रोहिड़ी फेस्ट 2025’ में देश विदेश में अपनी गायकी का लोहा मनवाने वाले पद्मश्री अनवर खान, खेता खान, चांदन खान, जमील खान, शकूर खान, नेहरू खान, थानू खान, जस खान, केलम दरिया, शकूर खान, गाजी खान, दायम खान, हाकम खान, छोटू खान, भुट्टा खान, मुल्तान खान, भीखा खान, शेर मोहम्मद, भैरसी खान, मोती खान, फकीरा खान, गोपाल खान, बीजल खान, गाजी खान, गिरधारी राम और फड़ वाचक घेवराराम जैसे कलाकार शिरकत करने वाले हैं. 

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